त्रिपुरा की शादी में बवाल माचेन के कारण डीएम शैलेश यादव सस्पेंड, ट्विटर पर छिडी बहस..!

    29-Apr-2021
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दो दिन पूर्व भारत के त्रिपुरा राज्य से एक व्हिडियो व्हायरल हुआ, जिसमें डीएम शैलेश यादव शादी में जाकर सभी को अपने अपने घर जाने के लिये कह रहे थे | उनका कहना था कि रात १० बजे के बाद कर्फ्यू लगा है, ऐसे में मॅरिज हॉल में शादी नहीं हो सकती | उन्होंने शादी में जाकर बवाल मचाया, पंडित जी से लेकर दूल्हे तक सभी को कॉलर पकड कर बाहर निकाला गया, और दोनों परिवारों से सदस्यों को फटकार भी लगाई गई | इस व्हिडियो को देखकर जहाँ एक ओर प्रशासनिक कार्यवाही की तारीफ हो रही थी, वहीं दूसरी ओर डीएम के व्यवहार को गलत बताया जा रहा था | जिस प्रकार शैलेश यादव ने बराती और घरातियों के साथ व्यवहार किया, उसकी ऊंचे स्तर पर आलोचना हुई, और इसे बदतमीजी ठहराया गया | आखिरकार जो होना था वो हुआ ही, डीएम शैलेश यादव को सस्पेंड कर दिया गया है |


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इंटरनेट पर आजक व्हिडियोज व्हायरल होने में वक्त नहीं लगता | एक व्हिडियो बाहर आया, तो उसे हजारों लोगों तक पँहुचने में जरा भी देर नहीं लगती | यही हाल हआ त्रिपुरा के इस व्हिडियो का जिसमें वहाँ के डीएम शैलेश यादव एक मॅरिज हॉल में जाकर शादी रोक रहे थे, और लोगों को अपने अपने घर जाने को कह रहे थे | जिस तरह से उन्होंने कार्यवाही की उस पर काफी आलोचना हो रही है | कोरोना की पार्श्वभूमि को देखते हुए आज की तारीख में मॅरिज हॉल से शादी करने पर कई प्रकार के प्रतिबंध लगाए गए हैं | जिसमें कई जगह रात १० बजे के बाद कर्फ्यू लगाया गया है, कहीं शादी के लिये केवल २ घंटे दिये गए हैं, तो कहीं कुछ और प्रतिबंध लगाए गए हैं | ऐसे में त्रिपुरा में रात १० बजे के बाद कर्फ्यू की घोषणा की गई है | और इसी लिये डीएम शैलेश यादव और उनकी टीम ने वहाँ जाकर लोगों को शादी रोकने के लिये कहा |


बाद केवल इतनी ही होती तो शायद इस पर बवाल नहीं मचता | इंटरनेट पर आई प्रतिक्रियाओं की यदि बात की जाए तो अधिकतर लोगों का कहना है, “कि शादी एक बार होती है, दोनों परिवार अपनी जीवन भर की जमा पूँजी लगाकर उन दो दिनों को यादगार बनाना चाहते हैं | परिस्थिती भले ही विपरीत हो लेकिन शादी खास ही होती है | ऐसे में किसी की शादी खराब करना कहाँ तक सही है ? यदि वे नियमों का पालन नहीं कर रहे थे, तो वहाँ जाकर उन्हें सही तरीके से समझाईश दी जा सकती थी, उन पर फाईन लगाया जा सकता था | लेकिन दूल्हे, उनके परिवार, लडकी वाले, पंडित जी आदि सभी के साथ बदसलूकी करना कहाँ तक सही है ?”

देखा जाए तो ये प्रतिक्रियाएँ गलत भी नहीं है | सही तरीके से भी इस बात को संभाला जा सकता था, लेकिन शैलेश यादव ने बल का प्रयोग करते हुए कोरोना के नियमों का पालन करने के लिये इन परिवारों को मजबूर किया | शैलेश यादव का उद्येश्य सही था, लेकिन अनेक लोगों के मायने में तरीका गलत था |

हालाँकि सारी बातों को ध्यान में रखते हुए, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देव के हस्तक्षेप के बाद डीएम शैलेश यादव को सस्पेंड कर दिया गया | वीडियो वायरल होने के बाद जिलाधिकारी शैलेश यादव ने माफी मांग ली है | उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि उनका उद्देश्य किसी की भावना को आहत करना नहीं था | वहीं मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव ने मुख्य सचिव मनोज कुमार से घटना को लेकर रिपोर्ट तलब करने को कहा था |