सुन कर थोडा अटपटा सा लगा ना ? दादी माँ याने कि आज्जी और उनके साथ सेक्स ट़ॉक्स बाप रे बाप..! वैसे सोचकर देखो तो ऐसा ही लगता है | लेकिन जब आप इन कूल दादी माँ से मिलेंगे, तो आपके मन के सारे भ्रम दूर हो जाएँगे | हम बात कर रहे हैं, हाल ही में आए एक यूट्यूब व्हिडियो कि, जिसमें एक यंग यूट्यूबर आपनी दादी से सेक्स के विषय में बात कर रही है, और उसकी दादी सही मायने में उसे और उसके साथ सभी यंगस्टर्स को टीन एजर्स को सेक्स एज्युकेशन दे रही हैं |
हमारे देश में सेक्स एज्युकेशन को जितना महत्व दिया जाना चाहिये, उतना दिया नहीं जाता | सेक्स, पीरीयड्स, सेनेटरी नॅपकिन्स, कॉन्डम्स, ये सभी आज भी एक टॅबू है हमारे समाज के लिये | इनकी एडव्हरटाइजमेंट भी अगर टीव्ही पर आ जाए, और हम हमारे परिवार के साथ बैठें हों, तो हम ऑकवर्ड हो जाते हैं | है ना ? हम अपने पेरेंट्स से तक ये सब डिसकस नहीं कर पाते | प्यूबर्टी, हार्मोनल चेंजेस, पहले रिलेशनशिप से लेकर सेक्स एक्जुकेशन तक ये सारी बाते शरम और लाज के मायनों में देखी जाती हैं | घर पर आज भी लडकियाँ अपने पिता जी या भाई से सीधी सीधे नहीं कह सकती कि उनके पीरीयड्स चल रहे हैं, और वे आराम कर रही हैं | इसी लिये तो महीने के “उन” दिनों, वे दिन, भैय्या “वो” दे देना कह कर बात की जाती है | लेकिन यदि हमारे देश के युवाओं को इन मामलों में सच में सजग बनाना है, क्या सही है क्या गलत, किस चीज की क्या उम्र होनी चाहिये, और कब इन सब चीजों पर बात होनी चाहिये, इसके बारे में घर के बडों को सोचना चाहिये, और बच्चों से खुलकर बात करनी चाहिये | और यह व्हिडियो सही मायने में उसी खुलेपन को दर्शाता है |
ये व्हिडियो पोस्ट किया है अवंती नगराळ इस मराठी यूट्यूबर ने | इसके पहले भी वे अपनी प्यारी सी दादी माँ के साथ ढेर सारे व्हिडियोज बना चुकी हैं, लेकिन ये व्हिडियो खास है, क्यों कि पहली बार कोई दादी माँ सही मायने में सेक्स एज्युकेशन दे रही हैं , जो कि आज की तारीख में बहुत जरूरी है | आज हम युवाओं को हर बात का ‘अर्ली एक्सेस’ मिला हुआ है | फिर वो पॉर्न साइट्स हों, या फिर डेटिंग एप्स, ऐसे में भटकने की, पैर फिसलने की संभावनाएँ बढ जाती है | इसीलिये यदि घर के बडे इस मामले में खुल कर बच्चों से बात करें, संवाद रखें, और अपने मत रखें, तो घर के बच्चों को भी असहज महसूस नहीं होगा, और वे खुलकर आपसे अपनी समस्याएँ डिसकस कर पाएँगे |
इस व्हिडियो में दादी माँ कंसेंट के महत्व को, शारीरिक संबंधों की सही उम्र को, बर्थ कंट्रोल और फॅमिली प्लानिंग के सही तरीकों, समय और उपायों को बता रहीं है | व्हिडियो में वे एक बात बहुत ही अच्छी कहती हैं, “अति तिथे माती” याने कि किसी भी बात की अति गलत ही होती है | फिर चाहे वह ‘सेक्स’ को टॅबू समझना हो, याफिर हर वक्त उसी के खयाल में रहना हो, दोनों ही गलत है | We need to strike a perfect balance. इसीलिये हर टीनएजर को, या युवा को ये व्हिडियो जरूर देखना चाहिये | दादी माँ को जरूर सुनना चाहिये |
जब घर के बडे इस समझदारी से इस खुलेपन को एक्सेप्ट कर के बच्चों से संवाद करते हैं, तब ये तय है कि घर के बच्चे कभी राह से भटकेंगे नहीं | देखिये ये दादी माँ क्या कह रही हैं :