भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने मानों कहर बरसाया है | आए दिन कोरोना पेशंट्स की संख्या में केवल बढोत्तरी ही हो रही है, इसके अलावा कोरोना के इस दूसरे स्ट्रेन को अधिक खतरनाक बतायाजा रहा है | लेकिन राहत की एक बात यह भी है, कि जन लोगों को कोरोना का टीका लग चुका था, उनमें यदि कोरोना के लक्षण दिखाई भी दिये तो वे काफी सौम्य हैं, अत: ऐसे में अधिकाधिक लोगों को व्हॅक्सीन लगना चाहिये इसलिये प्रशासन कार्यरत है | अत: आज सीरम इंस्टिट्यूट ने व्हॅक्सीन के नए रेट जारी किये हैं | जिसके अनुसार अब भारत में कोव्हिशील्ड व्हॅक्सीन सरकारी अस्पताल को ४०० रुपये और निजी अस्पताल को ६००रुपये में मिलेगी | व्हॅक्सीन के दाम पहले से तो बढे हैं, लेकिन भारत फिर भी आज दुनिया की सबसे सस्ती व्हॅक्सीन बेच रहा है |
सरकारी अस्पतालों में व्हॅक्सीन मुफ्त में लगाई जाएगी, इसके लिये किसी भी प्रकार का कोई भी शुल्क नहीं लिया जाएगा | हालांकि निजी अस्पतालों में व्हॅक्सीन के दर ६०० रुपये बताए गए हैं | भारत में अब १ मई से १८ वर्ष से अधिक उम्र के लोग व्हॅक्सीन ले सकेंगे | यह टीकाकरण की तीसरी फेज होगी | पहली फेज में ६० वर्ष से ऊपर उम्र वालों को दूसरी फेज में ४५ वर्ष से ऊपर उम्र वालों को टीका लगाया जा रहा है, अब तीसरी फेज में १८ वर्ष से अधिक उम्र वालों को भी टीका लगाया जाएगा |
इससे शायद भारत के ऊपर आए इस संकट से कुछ राहत मिलने के आसार हैं | यदि युवा अधिकाधिक व्हॅक्सिनेटेड रहेंगे, तो देश में गंभीर मरीजों की संख्या में कमीं आएगी, क्यों कि टीके के बाद यदि तय समयसीमा में किसी को कोरोना के लक्षण दिखाई देते हैं, तो उसका प्रभाव कम देखा जा रहा है | अत: इसलिये टीका लगाना अत्यावश्यक हो गया है | अधिकाधिक टीकाकरण से भारत की आरोग्यव्यवस्था पर पडने वाला तनाव कम होगा, और शायद इस परिस्थिती को अच्ची तरह से संभाला जा सकेगा | आने वाले दिनों में भारत की परिस्थिती क्या होगी ? क्या कोरोना का जहर कम होगा ? यह देखना आवश्यक है |