अक्सर जब हम पुरानी फिल्में देखते हैं, तो सोचते हैं कैसा होता होगा वो समय ? मैं बात कर रही हूँ 80s की | इस दौर की फिल्में अलग हुआ करती थीं | बडे बडे स्टूडियोज तो थे, लेकिन फिर भी कई बार फिल्मों की शूटिंग प्रोड्यूसर्स और डायरेक्टर्स के घर में भी हुआ करती थीं | ऐसे ही कुछ किस्सें बताएँ हैं स्वयं बिग बी, बॉलिवुड के शहंशाह अर्थात अमिताभ बच्चन ने | अपेन इंस्टाग्राम पर चुपके चुपके फिल्म का एक फोटो पोस्ट करते हुए उन्होंने ऐसी ही एक छोटी सी कहानी बताई |
चुपके चुपके फिल्म में जो आप घर देखते हैं, वह कोई और घर नहीं बल्कि बिग बी का ‘जलसा’ है | बिग बी कह रहे हैं कि, इस घर को उन्होंने पहले खरीदा, फिर बाद में कुछ कारणों से बेच दिया, फिर फिर एक बार खरीदा, रिनोव्हेट किया, और आज यह घर ‘जलसा’ के नाम से जाना जाता है | इस घर में सिर्फ चुपके चुपके ही नहीं बल्कि नमक हराम, आनंद, सत्ते पे सत्ता जैसी कई आयकॉनिक फिल्मों की शूटिंग भी हुई है |
यह घर प्रोड्यूसर एनसी सिप्पी का था, जिसे बिग बी ने खरीदा था | फिर बिग बी की जिंदगी में भी कुछ उतार चढाव आए, वे दिवालिया भी हो गए थे, लेकिन वे टूटे नहीं | ये घर बिका, समय सही हुआ, और बिग बी ने फिर एक बार इस घर को खरीदा | इस घर में जान फूँक दी, और इसे सही मायने में जलसा बनाया |
चुपके चुपके फिल्म को ४६ साल पूरे होने की खुशी में बिग बी ने कुछ फोटोज शेअर किये | इसमें वे कहते हैं, 'ऋषि दा के साथ 'चुपके चुपके', आज इसे 46 साल पूरे हो गए...जया के साथ फ़ोटो में जो आप घर देख रहे हैं..|अब ये जलसा है, मेरा घर|इसे ख़रीदा और दोबारा बनाया..|यहां पर बहुत सी फ़िल्मों- ‘आनंद’, ‘नमक हराम’, ‘चुपके चुपके’, ‘सत्ते पे सत्ता’ की शूटिंग हुई|ये प्रोड्यूसर एन.सी|सिप्पी का घर था|तब....' आगे आप यहाँ पढिये |
अमिताभ ने तीन फ़ोटो इस फ़िल्म के सेट से शेयर की हैं|एक फ़ोटो में वो ऋषिकेश मुखर्जी के साथ एक सीन की रिहर्सल करते दिख रहे हैं|बाकी की फ़ोटोज़ में वो अपने को-स्टार्स धर्मेंद्र, जया बच्चन और असरानी के साथ किसी सीन को फ़िल्माते दिख रहे हैं|
है ना ये एक खूबसूरत याद | और एक प्रेरणा भी कि यदि आप चाहें तो क्या नहीं कर सकते |