दोस्तों हम सभी को वर्क फ्रॉम होम, या कॉलेज फ्रॉम होम करते हुए लगभग एक साल हो चुका है | इस एक साल में हम सभी ने जिंदगी को नये तरीके से जीना सीख ही लिया है | पिछले एक साल ने हमें इतनी सारी नई चीजें सिखाईं हैं, जिन्होंने काम और घर को एक कर दिया है | अब काम भी घर से ही होने के कारण अपने काम को अपनी निजी जिंदगी से अलग रखना थोडा मुश्किल सा हो गया है | ऐसे में अक अच्छा ‘वर्क लाइफ बँलेंस’ अपनी जिंदगी में लाना आवश्यक सा हो गया है | लेकिन यह कैसे किया जाए ?
तो आज हम इसी बारे में बात करेंगे | कोरोना और लॉकडाउन ने ऑफिस घर पर ला कर बिठा तो दिया, लेकिन घर के काम भी बढा दिये | मेड्स का न आ पाना, सारे काम खुद करना और ऑफिस भी संभालना, ऐसे में सब कुछ मॅनेज करते हुए वर्क लाइफ बँलेंस मेंटेन करना मुश्किल है | तो क्या किया जाए ? आईये देखते हैं :
१. काम का वक्त तय कर लें, उसके बाद काम ना करें : यह कहना आसान है, करना मुश्किल जानते हैं, लेकिन फिर भी यदि हम अपने लिये कुछ नियम बना लें, और ऑफिस को भी यह जता दें कि चाहे हम वर्क फ्रॉम होम कर रहे हों, लेकिन हमारा घर भी हमारे लिये उतना ही जरूरी है, और हमारा परिवार भी हमारा वक्त चाहता है, तो काम आसान हो जाएगा | इसीलिये अपने लिये काम की सीमा और काम का वक्त तय कर लें | केवल उसी वक्त में काम करें, लॅपटॉप बंद करने के बाद काम की तरफ ना देखें, जरूरी ना हो तो ऑफिस आवर्स के बाद आने वाले फोन भी ना उठाएँ | शायद शुरु में आपके बॉस को यह गलत लगेगा, लेकिन धीरे धीरे वे भी समझ जाएँगे, कि आप अपने काम के वक्त के प्रति कितने पाबंद हैं, और आपके लिये आपका घर भी जरूरी है |
२. ना कहना सीखें : चूँकि अब घर से काम हो रहा है, आपके टीम द्वारा, या आपके बॉस द्वारा आपको ‘टेकन फॉर ग्रांटेड’ भी लिया जा सकता है | वे आपसे कह सकते हैं, कि घर पर ही हो तो कर दो यह काम जल्दी से | लेकिन ऐसे समय में आपको ना बोलते आना चाहिये | आपको अपने वर्क लाइफ बॅलेंस के लिये ना कहते आना चाहिये | ताकि सामने वाले को भी यह बात स्पष्ट रहे कि आपकी आपके काम के प्रति बहुत श्रद्धा है लेकिन वह आपकी निजी जिंदगी के बीच नहीं आ सकती | टेंशन फ्री लाइफ जीना चाहते हैं, तो ना कहना सीखें |
३. अपने दिन भर का प्लान पहले ही बना लें : आप यदि आपका पूरा दिन एक दिन पहले प्लान कर लें तो आपको अगले दिन आसानी जाएगी | साथ ही आप प्लान बनाते वक्त ही अपने लिये समय भी निकाल सकेंगे | ऐसे में आपका पूरा दिन केवल काम काम काम में ही नहीं जाएगा, तो आप काम के साथ साथ कुछ अलग भी कर सकते हैं | दिन भर का प्लान पहले से तय होना आपको काफी स्पष्टता देता है | ऐसे में आपके लिये आसानी होगी | और आप एक अच्छा वर्क लाइफ बँलेंस मेंटेन कर पाएँगे |
४. अपने लिये वक्त निकालें, कोशिश नहीं जबरदस्ती : सभी की जिंदगी में ‘मी टाइम’ का होना बहुत जरूरी है | यह वक्त आपका अपना होता है, इसमें आपको वो सब करने की आजादी होती है, जो आप दिल से चाहते हैं | इसलिये यह मी टाइम निकालना ना भूलें | अपने आप को वक्त दें, अपने आप को रिलॅक्स करने के लिये वो करें जो आपको अच्छा लगता है | आप टीव्ही देख सकते हैं, कुछ पढ सकते हैं, गार्डनिंग, डान्स, वर्कआउट, यहाँ तक कि आधा घंटा या एक घंटे की नींद आप जो चाहें वो इस मी टाइम में कर सकते हैं | मी टाइम निकालने की कोशिश नहीं बल्कि जबरदस्ती करना है, तभी यह वक्त आप अपने लिये निकाल सकेंगे |
तो आज की तारीख में वर्क लाइफ बँलेंस मेंटेन करना कठिन जरूर हो गया है, लेकिन यह नामुमकिन नहीं हैं | आप चाहें तो जरूर कर सकते हैं | बस ऊपर बताई बातों का ध्यान रखें , और काम के साथ साथ अपना घर, अपना परिवार और स्वयं का साथ भी एंजॉय कर सकते हैं |