कहते हैं यदि मन में विश्वास हो, और कुछ करने की चाह हो, तो आपको कोई भी नहीं रोक सकता | मिस इंडिया २०२० की रनरअप मान्या सिंह ने यह साबित कर दिया है | एक ऑटो रिक्शा चालक की बेटी क्या नहीं कर सकती, वह चाहे तो मिस इंडिया जैसे इतने बडे ब्यूटी पॅजेंट में सहभागी हो सकती है, ना केवल सहभागी वरन वर उसकी रनरअप भी बन सकती है, यह साबित किया है, मान्या ने | रनरअप बनने के बाद जब वे अपने पापा के ऑटो से कार्यक्रम पँहुची, तो उनसे मिलने के लिये भीड उमड पडी थी |जब उन्होंने अपने माता पिता के पैर छुए तो लोगों की आँखों से आँसू थम नहीं रहे थे | मान्या पूरे भारत के लिये एक प्रेरणा है |
आईये जानते हैं मान्या की कहानी,
उत्तरप्रदेश के एक छोटे से जिले देवरिया की रहने वाली मान्या को सपने देखना पसंद था, और उन्हें इन सपनों को पूरा करने का विश्वास भी था, एक दिन फेमिना मिस इंडिया के बारे में पता चलने के बाद जब उसने इस ब्यूटी पॅजेंट में सहभागी होने की इच्छा अपने घरवालों से व्यक्त की, तो उन्होंने कहा, “हमारे जैसे लोग इतने ऊँचे सपने नहीं देखते, तुम फेमिना मिस इंडिया में भाग लेने के बारे में सोच रही हो ?” लेकिन मन का विश्वास कहा किसी को रुकने देता है | मान्या के पिताजी ऑटो रिक्शा चालक हैं, और माता जी होम मेकर | मध्यमवर्गीय परिवार की एक सर्व साधारण लडकी कुछ बडा करने का सपना देख रही थी | अपने दम पर उडान भरने का सपना देख रही थी |
हर परेशानी, हर समस्या का आत्मविश्वास के साथ सामना करते हुए मान्या इस ऊँचे मंच तक पँहुची, और मिस इंडिया रनर अप चुनी गईं | बात ये हो गई कि जितनी चर्चा मिस इंडिया चुनी गई तेलंगना की मनसा वाराणसी की नहीं हुई, उतनी मान्या की हुई | क्यों कि कई बार आपका हुनर आपके ओहदे से बढकर होता है |
आज मान्या फेमिना मिस इंडिया जैसे इतने बडे ब्यूटी पॅजेंट की रनरअप बनी हैं, लेकिन फिर भी वे अपनी जडों को नहीं भूलीं | जब उन्हें मुंबई के ठाकुर कॉलेज में एक सम्मान समारोह में बुलाया गया था, तब वे अपने पिताजी के ऑटो रिक्शा में ही वहाँ तक गईं | उनके साथ उनके माता पिता थे | जब मान्या ने अपने माँ पिताजी के पैर छुए तो उनके साथ उपस्थित सभी की आँखों से आँसू निकल रहे थे |
मान्या की ‘सक्सेस जर्नी’, मान्या का परिवार, उसके माता पिता, उसका आत्मविश्वास, उसकी सपने देखने की ताकद, उसे पूरा करने की मेहनत हम सभी के लिये एक प्रेरणा है | आज न जाने कितनी मान्या सिंह भारत में होंगी, जो कुछ बडा करने का सपना देखती होंगी, न जाने कितनी ऐसी लडकियाँ होंगी जो अपने हुनर के दम पर कुछ बडा हासिक करने की क्षमता रखती होंगी, जरूरत है इन सभी लडकियों को आगे बढाने की, उनके सपनों को पूर्ण करने के लिये उनका साथ देने की | फिर देखियेगा हर घर से एक मान्या सिंह निकलेगी, जो ना केवल अपना और परिवार का वरन् पूरे देश का नाम रौशन करेगी |