#Inspiring_Indians भरी ठंड में देश के सैनिकों के लिये सोनम वांगचुक का अनमोल तोहफा…!

    22-Feb-2021   
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जब बात देश की रक्षा की होती है, तो खाकी युनिफॉर्म में देश की सीमा पर तैनात जवान हमारी आँखों के सामने आते हैं | ये जवान राजस्थान की चिलचिलाती धूप में भी उतनी की शिद्दत से खडे रहते हैं, जितने कि सिचाचिन के -२२ डिग्री तापमान में | देश के जवान देश के लिये इतना कुछ करते हैं, तो इन्हें थोडा आराम देने के लिये हम क्या कर सकते हैं, क्या कभी हमने ये सोचा है ? ये शायद हमने तो नहीं सोचा लेकिन रिअल लाइफ फुंसुक वांगडू, रेंचो याने कि सोनम वांगचुक ने सोचा है | सेना के जवानों को भरी ठंड में गर्माहट देने वाला टेंट बनाकर | ये दुनिया का पहला सोलर हीटेड मिलिट्री टेंट है | 


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आईये जानते हैं, क्या है इस टेंट के पीछे की कल्पना और कैसे बनाया गया है यह टेंट :

लद्दाख की गलवान घाटी का नाम सुनते ही हम सबकी आँखों के सामने भारत और चीन के बीच हुई झपट का खयाल आता है | लेकिन गलवान वॅली से अच्छी खबर आई है | लद्दाख के समाजसेवी सोनम वांगचुक ने भारत की सेना के जवानों के लिये यहाँ एक ऐसा टेंट बनाया है, जो -२० डिग्री में भी जवानों को गर्माहट देगा | यह टेंट सोलर एनर्जी पर गर्म रहता है, और देश के जवानों को जिन कठिन परिस्थितीयों का सामना करना पडता है, उसे थोडा आसान करने का उनका यह एक प्रयास है |

इस टेंट की खासियत यह है कि यह पूरी तरीके से पोर्टेबल है, और इसका वजन ३० किलो से भी कम है | अर्थात इसे आप कहीं भी आसानी से लेकर जा सकते हैं | इसके अलावा यह १० जवानों के लिये है | अर्थात यदि ऐसे कई टेंट्स बन सके तो सभी जवानों को सुविधा हो जाएगी | और यह पूर्णत: पर्यावरणपूरक है | इसलिये इससे पर्यावरण का ह्रास भी नहीं होगा |
सोनम कहते हैं, “यहाँ पर जवान ठंड को भगाने के लिये केरोसीन या किसी अन्य ऐसे पदार्थ का उपयोग करते थे, जो पर्यावरण के लिये हानिकारक था, साथ ही साथ ठंड से जवानों को काफई परेशानी होती थी | इसे दूर करने के लिये पूर्णत: पर्यावरणपूरक ऐसी कोई व्यवस्था बनाने की आवश्यकता थी, इसीलिये यह सोलर एनर्जी पर काम करने वाले टेंट की कल्पना सामने आई |”

सोनम वांगचुक ने अपने यूट्यूब चॅनल पर इस टेंट को बनाने की पूरी प्रक्रिया और इस टेंट की कल्पना के बारे में काफी जानकारी दी है | आईये देखते हैं, उनका यह व्हिडियो :



यह टेंट एक बहुत बडा सहारा और एक बहुत ही अभिनव कल्पना है, देश के वीर जवानों के लिये | अक्सर हम सरकार को हर बात के लिये दोष देते हैं | हमारे जीवन में आने वाली हर एक समस्या के लिये हम किसी ना किसी को दोष देते हैं, लेकिन उस समस्या का समाधान ढूँढने के लिये हम कुछ नहीं करते | सोनम वांगचुक को समस्या पता थी, लेकिन बिना किसी पर दोष मढे और किसी और से समाधान की अपेक्षा बिना किये, उन्होंने खुद एक समाधान की खोज की, और देश के वीर जवानों को एक अमूल्य तोहफा दिया | पूरे भारत को प्रेरणा देने वाले सोनम वांगचुक सच में एक मिसाल हैं |


- निहारिका पोल सर्वटे