धक धक गर्ल के वे ५ गाने जिन्हें आप ‘सरोज खान’ के बिना याद ही नहीं कर सकते…

    03-Jul-2020   
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आज सुबह खबर आई कि प्रसिद्ध नृत्यनिर्देशक सरोज खान की मृत्य हो गई | वे ७१ वर्ष की थीं | आज पूरा देश उन्हें जानता है, वो उनकी कला के कारण | जब भी हम सरोज खान का नाम लेते हैं, एक नाम अवश्य हमारे जहन में आता है, वो है “माधुरी दीक्षित” | आज माधुरी दीक्षित को सभी के दिलों की धक धक गर्ल बनाया है, तो सरोज खान ने, यह कहना भी गलत नहीं होगा | आईये आज हम माधुरी दीक्षित और मास्टर जी के उन पाँच गानों को याद करते हैं, जो मास्टर जी के बिना कभी हो ही नहीं सकते थे |


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१. एक दो तीन... : जब भी माधुरी का नाम आता है तो “मोहिनी मोहिनी” बॅकराउंड में सुनाई दे ही जाता है | तेजाब फिल्म का यह आयकॉनिक गाना जिसने रातों रात माधुरी को स्टार बना दिया, कोरियोग्राफ किया था सरोज खान ने | “तेरा करूँ दिन गिन गिन के इंतेजार आजा पिया आई बहार..” जब भी ये लफ्ज हम सुनते हैं, तो हमारे आँखों के सामने वो स्टेप्स आ ही जातें हैं | सरोज जी ने इस फिल्मी दुनिया को कई अजरामर कोरियोग्राफीज दी हैं | और एक दो तीन इन्हीं में से एक है | आज माधुरी की जो भी पहचान है, वो इस गाने के कारण शुरु हुई है |



२. चने के खेत में.. : चुलबुली माधुरी की आँखें सबको याद रहती हैं | सरोज जी जब माधुरी के लिये कोरियोग्राफी करती थीं, तो उसमें उसकी आँखों को ध्यान में रखते हुए आपको अलग से स्टेप्स और एक्सप्रेशन्स देखने को मिलेंगे | उसका कारण है माधुरी की खूबसूरत एक्सप्रेसिव्ह आँखें | और आपको इस गाने में खास कर उसकी आँखों के एक्सप्रेशन्स बहुत ही पसंद आएँगे | जने के खेत का सिग्नेचर स्टेप भी आपकी यादों में बसा ही होगा |अंजाम फिल्म का ये गीत आज भी कईयों का पसंदीदा गीत है |



३. तम्मा तम्मा लोगे : थानेदार फिल्म का ये जोरदार गीत, जिसे जभी भी आप सुनें आपके पाँव थइरकने लगेंगे | ये गीत सबके कानों में और दिल में बस गया उसके पीछे का मुख्य कारण था, माधुरी का नृत्य और सरोज जी की कोरियोग्राफी | तम्मा तम्मा की कोरियोग्राफी, माधुरी के तब तक के नृत्यों से काफी अलग थी, गाने की माँग को देखते हुए मास्टर जी ने ये अलग कोरियोग्राफी की थी | ये गीत आज भी जुबान पर चढा हुआ है |



४. धक धक करने लगा : प्रेम से ओतप्रोत ये ‘बेटा’ फिल्म का गीत माधुरी की पहचान बना | इस फिल्म ने रातों रात माधुरी को सबके दिलों की “धक धक गर्ल” बना दिया | उसका भी श्रेय जाता है इस फिल्म की कोरियोग्राफी को | मास्टर जी जानती थीं की माधुरी की ताकत क्या है, और लोगों को क्या पसंद आएगा | गाने की मांग को देखते हुए उन्हें माधुरी को बोल्ड भी दिखाना था, लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना था कि कहीं उसकी प्यारी सी अमेज को ठेस ना पँहुचे | इन सारी बातों का ध्यान रखते हुए मास्टर जी ने कोरियोग्राफी की और आज माधुरी सबके दिलों की “धक धक गर्ल” बन गई है |



५. डोला रे डोला : देवदास फिल्म का ये गीत जब भी बजता है, इसका स्टेप अपने आप ही आँखों के सामने आ जाता है | मास्टर जी की खासियत थी कि वे सिग्नेचर स्टेप्स ऐसे ही बनाती थीं, जो इतने प्रसिद्ध हो जाएँ, कि आप वो गाना उस स्टेप के बिना इमॅजिन भी नहीं कर सकते | माधुरी जब अपने करियर के चरम पर थीं, तब उन्होंने और मास्टर जी ने मिल कर कई आयकॉनिक गाने फिल्म इंडस्ट्री को दिये थे | इस गाने के आते आते माधुरी की शादी हो चुकी थी, वो इस गाने के वक्त प्रेगनेंट भी थी, लेकिन उनके नृत्य को देखते हुए आपको इसकी भनक तक नहीं लगेगी | मास्टर जी की कोरियोग्राफी और माधुरी और ऐश्वर्या के नृत्य का जादू ये ही असके पीछे का राज है | माधुरी को उसकी ताकत के स्टेप्स और ऐश्वर्या को उसकी ताकत के स्टेप्स देकर एक पूरा सुंदर नृत्य बनाना आसान काम नहीं था, लेकिन मास्टर जी ने वो बखूबी किया |



आज हम माधुरी दीक्षित के नृत्य के प्रेमी हैं, उनकी धक धक वाली अदाओं पर मरते हैं | लेकिन ये बात भी उतनी ही सच है, कि इसमें जितनी मेहनत माधुरी की है, उतनी ही मास्टर जी याने कि सरोज खान की भी है | आज शायद माधुरी वो माधुरी ना होतीं जो कि वो आज हैं, यदि उन्हें मास्टरजी जैसी गुरु ना मिली होतीं | सरोज खान के जाने से हिंदी सिने जगत के एक युग का अंत हुआ है |

- निहारिका पोल सर्वटे