आपको ये ५ धारावाहिक याद हैं ?

    06-May-2020
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आपको आपका बचपन याद है? होगा ही | 90’s की उन बचपन की यादों में कुछ धारावाहिक ऐसे थे, जो देखकर आपको आपका पुराना घर, बचपन वाला टीव्ही, किचन में काम करती हुई बीच बीच में आकर टीव्ही में झाँकती आपकी माँ और धारावाहिक का आनंद लेती आपकी दादी जरूर याद आएँगी | रामायण महाभारत के पुन:प्रसारण ने हमें फिर एक बार अपने बचपन में ले गया है | तो उसके साथ साथ कुछ धारावाहिक ऐसे भी हैं, जो भी हमारे बचपन का हिस्सा रहे हैं, तो चलिए आज इन धारावाहिकों की नगरी में घूम कर आते हैं |


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१. तू-तू मैं-मैं : आपको सचिन पिळगांवकर निर्देशित और रीमा लागू, सुप्रिया पिळगांवकर अभिनित तू तू मैं मैं याद है? साँस बहू की मजेदार नोंकझोंक? उस समय शायद हर घर परिवार की यही कहानी होती थी | बहू को मॉडर्न दिखाने के लिये सलवार कमीज में दिखाया गया तो सासू माँ को साडी में लेकिन उनकी वो सिंपल सी जिंदगी, प्यारी सी लडाइयाँ देखने में आज भी मजा आता है | यूट्यूब पर आप आज भी आप इस धारावाहिक के एपिसोड्स आप देख सकते हैं |



२. हद कर दी :
तू तू मैं मैं के साथ एक और धारावाहिक आता था, दोनों ही धारावाहिकों में महेश ठाकुर ने काम किया है | तू तू मैंमैं का रवि वर्मा और हद कर दी का सूरज याने कि महेश ठाकुर. लेकिन हद कर दी धारावाहिक याद किया जाता है दारा सिंह के अभिनय के लिये. पापाजी के किरदार में वे आज भी हम सब की आँखों के सामने हैं | साथ ही इस धारावाहिक में शिल्पा तुळसकर, स्वप्निल जोशी, सुमीत राघवन जैसे प्रसिद्ध कलाकारों ने काम किया है | ये धारावाहिक आप आज फिर एक बार देख सकते हैं, यूट्यूब पर |



३. सरहदें :
२००१ में झी टीव्ही पर आने वाला ये धारावाहिक याद है? इसमें भारतीय लडकी चाँदनी और पाकिस्तानी लडके अमन मलिक के प्यार की कहानी है | एक गलतफहमी के कारण वे मिलते हैं, और उनमें प्यार हो जाता है, लेकिन दोनों देशों की आपसी दुश्मनी के कारण इनका मिल पाना कैसे संभव होता है? आप फिर एक बार देख सकते हैं झी टीव्ही के यूट्यूब चॅनल पर | इस कहानी को पसंद किया गया वो केवल स्मिता बंसल, हुसैन क्वाजरावाला, श्रेयस तळपदे और गोविंद नामदेव के अभिनय के कारण | इस धारावाहिक के सारे एपिसोड्स यूट्यूब पर अव्हेलेबल हैं |



४. फॅमिली नंबर १ :
ये धारावाहिक सोनी टीव्ही पर आता था | १९९८ में इसका पहला एपिसोड टेलिकास्ट किया गया था | ये कहानी थी एक सिंगल मदर और उसके बच्चो साथ ही एक सिंगल फादर और उनके बच्चे इनके मजेदार इंसिडेंट्स की | इस धारावाहिक में मुख्य किरदार निभाए हैं, कंवलजीत सिंह और तन्वी आझमी और बाद में आसावरी जोशी ने | बहुत ही मजेदार किस्सों की कहानी है ये | इसके भी सारे एपिसोड्स यूट्यूब पर अव्हेलेबल हैं |



५. एक महल हो सपनों का :
ये धारावाहिक १९९९ में आया था और २००१ तक चला. नानावटी परिवार की ये कहानी है | है तो पूरा पारिवारिक सीरिअल, लेकिन बचपन की यादें ताजा करनी हों तो आप ये धारावाहिक देख सकते हैं | ये धारावाहिक भी यूट्यूब पर अव्हेलेबल हैं |



ये सारे धारावाहिक उस वक्त की कहानियाँ, उस वक्त की सोसायटी को दिखाते हैं | कभी कभी देखने में मजा आता है | इसी बहाने हम बचपन में थोडा घूम आते हैं | मन करे तो यूट्यूब पर ये पुराने धारावाहिक देख सकते हैं |