पहले कोरोना, फिर विशाखापट्टनम त्रासदी और अब अम्फन !!!

    22-May-2020
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पिछले तीन दिनों से सोशल मीडिया पर केवल एक ही बात की चर्चा है और वो है ‘अम्फन’ चक्रवात | पूरे पश्चिम बंगाल को झकझोरकर रख देने वाले इस चक्रवात ने बहुत ही बडे पैमाने पर तबाही मचाई है | पश्चिम बंगाल के लोगों के सामने पहले ही कोरोना का संकट था, लेकिन अब कोरोना के साथ साथ लोगों की जान लेने ये चक्रवात भी आ पँहुचा है, और इस कारण से बहुत बडे पैमाने पर पश्चिम बंगाल के कई क्षेत्रों में नुकसान हुआ है | बताया जा रहा है अभी तक, करीब १०० से भी ऊपर लोग मारे गए हैं |


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बताया जा रहा है कि बुधवार दोपहर ढाई बजे के बीच चक्रवाती तूफ़ान 'अम्फन' पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हातिया द्वीप के बीच तट से टकराया. इस दौरान ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में 190 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवाएं चल रही थी. हवा की रफ़्तार अब थम गई है और तूफ़ान बांग्लादेश की तरफ़ बढ़ गया है.





ऐसा तूफ़ान 283 साल पहले 1737 में आया था. इस तूफ़ान का प्रभाव कोरोना वायरस से भी बदतर है. इस तूफ़ान ने 2 ज़िलों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया. इसका सबसे ज़्यादा क़हर उत्तर 24 परगना, दक्षिणी 24 परगना, मिदनापुर और कोलकाता में देखने को मिला. इससे क़रीब 1 लाख करोड़ रुपये तक के नुक़सान की आशंका है.

ओडिसा में भी भारी बारिश :

चक्रवाती तूफ़ान 'अम्फन' के कारण बुधवार से ही ओडिशा के पुरी, ख़ुर्दा, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, गंजम, भद्रक और बालासोर ज़िलों के कई इलाक़ों में तेज़ बारिश हो रही है. इसके साथ ही असम और मेघालय में भी बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है.