एक बार सुन ही लीजिये अनुपम खेर के “लंबे बालों से” आजादी के नारे..

    06-Feb-2020
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पिछले कुछ सालों में “हमें चाहिये आजादी” के नारे गली गली में लगना चालू हो गये हैं | लेकिन आखिर ये आजादी इन्हें क्यूँ चाहिये ? किस चीज से चाहिये? हमें आजादी तो १५ अगस्त १९४७ को ही मिल गयी थी | ऐसे में ये कैसी आजादी है? ऐसे प्रश्न अनेकों बार उठे हैं | इसी आजादी वाले नारे पर प्रसिद्ध अभिनेता अनुपम खेर ने एक व्हिडियो बना कर बहुत ही मजेदार अंदाज में आजादी मांगने वालों को सुनाया है | वे कहते हैं, अगर आजादी चाहिये तो उसके लिये काम करो |


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अनुपम खेर ने अपने इंस्टाग्राम पर व्हिडियो शेअर करते हुए कहा है कि, “ ये बार बार हमें चाहिये आजादी के नारे लग रहे हैं | ये कैसी आजादी चाहिये है इन्हें? घर बैठे हमें आजादी चाहिये बोलकर कुछ नहीं होता, यदी आपको भूखमरी से आजादी चाहिये तो उसके लिये काम करें, पूंजीवाद से आजादी चाहिये तो उसके लिये लोगों में जागरुकता लाएँ, जो आजादी आपको पहले ही मिल चुकी है उसे मांगते हुए “हमें चाहिये आजादी” के नारे लगाने से क्या होगा? 


उन्होने अपने इस व्हिडियो में स्वयं पर ही व्यंग करते हुए कहा है कि, “यदी मैं चिल्लाने लग जाऊँ, हमें चाहिये आजादी, हेअर ब्रश से आजादी, लंबे बालों से आजादी..” तो क्या यह वाजिब होगा? नहीं ना? क्यूँ की मैं तो टकला हूँ, मुझे तो ये आजादी पहले से ही मिल चुकी है | इस तरह का व्यंग करते हुए उन्होंने आजादी माँगने वाली टुकडे टुकडे गँग पर तंज कसा है | ये व्हिडियो एक बार जरूर देखें |