प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश को संबोधन

    20-Oct-2020
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वर्ष २०२० और भारत में कोरोना के आगमन से लेकर अबतक माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समय-समय पर सभी देशवासियों को संबोधित कर उनका मनोबल बढाने का काम किया है। मार्च से लेकर आजतक प्रधानमंत्री का यह सातवां संबोधन है। इस संबोधन में मोदीजी ने भारत में कोरोना का स्थिति और त्योहारों के समय में ढिलाई न बरतने का संदेश दिया।
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 
 
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत का जनजीवन अब सामान्य हो रहा है और साथ ही हमारी अर्थव्यवस्था में भी फिर एक बार तेजी आ रही है। लॉकडाउन चाहे खत्म हो चूका हो लेकिन कोरोनावायरस का सफाया अभी बाकि है इसलिए सभी को सावधानी बरतनी होगी।
 
भारत में कोरोना की स्थिति के बारे में कहते हुए उन्होंने बताया कि भारत में कोरोना का रिकवरी रेट अच्छा है। अमेरिका और अन्य यूरोपीय राष्ट्रों के मुकाबले भारत में संक्रमण और मृत्यु का दर काफी कम है।
 
कोरोना की इलाज और बचाव की व्यवस्थाएं भी अच्छी है - भारत में कोरोना के इलाज हेतु ९० लाख बेड्स की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही, १२ हजार क्वारंटाइन सेंटर और २००० लब्स की भी व्यवस्था हुई है जिसमें १० लाख से भी ज्यादा परिक्षण किये गए हैं।
 
डॉक्टर, नर्स, अन्य आरोग्य कर्मचारी, सफाई कर्मचारी तथा सुरक्षा कर्मचारियों ने ‘सेवा परमो धर्म’ को सर्वोच्च मानकर निस्वार्थ भाव से अपना कार्य किया है।
 
प्रधानमंत्री ने लोगों से यह गुजारिश की है कि त्योहारों का समय आनंद और हर्षोल्लास का समय होता है इसे बरकरार रखे और कोरोना से सावधानी में ढिलाई न बर्ते इससे लोग न केवल अपने आप को बल्कि अपने परिवार, घर के बच्चों और बुजुर्गों को भी खतरे में डाल रहे है।
 
आज पूरी दुनिया मानवता को बचने के लिए एक साथ कार्यरत है और वैक्सीन न आने तक यह लढाई चलती रहेगी इसलिए सभी को सावधानी बरतना आवश्यक है।
 
“जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं”
 
प्रधानमंत्री ने सभी देशवासियों को अपने सोशल मीडिया द्वारा जनजागरण फैलाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि, “दो गज की दुरी, साबुन से हाथ धोना और मास्क लगाना” इनकी जागरूकता और पालन के लिए अपने सोशल मीडिया से आप जो जनजागरण करेंगे वह देशसेवा के समान है।
 
अंत में प्रधानमंत्री नै सभी देशवासियों को नवरात्री, दशहरा, ईद, छठ पूजा और गुरुनानक जयंती की शुभकामनयें दी।