आखिर निर्भया को मिला न्याय : गुन्हेगारों को २२ जनवरी को फाँसी

    08-Jan-2020
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१६ दिसंबर २०१२ की रात को देश की राजधानी दिल्ली काँप गयी थी एक ऐसे कांड के कारण जिसे याद कर के आज भी देश की जनता को तकलीफ होती है | निर्भया के बलात्कार के बाद और उसके बाद हुई उनकी मृत्यू के बाद सारा देश केवल एक ही माँग कर रहा था, निर्भया के गुन्हेंगारों को फाँसी की सजा मिले, और निर्भया को न्याय मिले | आखिरकार सर्वोच्च न्यायालय ने निर्णय सुनाया है कि निर्भया के गुन्हेगारों को २२ जनवरी २०२० को फाँसी दी जाएगी |
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सर्वोच्च न्यायालय के इस निर्णय से संपूर्ण देश में खुशी का वातावरण है | निर्भया याने कि ज्योती सिंह की माँ आज बहुत ही खुश हैं | अब निर्भया के दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी हो गया है | इस डेथ वारंट में लिखा है, 'एग्जीक्यूशन ऑफ अ सेंटेंस ऑफ डेथ.' इसे ब्लैक वारंट के नाम से भी जाना जाता है | ब्लैक वॉरंट पर जारी करने वाले जज के साइन होते हैं | उसके बाद ये डेथ वॉरंट जेल प्रशासन के पास पहुंचता है, फिर जेल सुप्रीटेंडेंट समय तय करता है उसके बाद फांसी की जो प्रक्रिया जेल मैनुएल में तय होती है, उस हिसाब से फांसी दी जाती है |
 
 
 

कोर्ट के फैसले के बाद निर्भया की मां आशा देवी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि दोषियों को फांसी से न्याय व्यवस्था में भरोसा बढ़ेगा. मेरी बेटी को न्याय मिला है. 4 दोषियों की सजा देश की महिलाओं को सशक्त बनाएगी. वहीं निर्भया के पिता बदरीनाथ सिंह ने भी कोर्ट के फैसले पर खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि कोर्ट के फैसले से हम खुश हैं.  इस फैसले से ऐसे अपराध करने वाले लोगों में डर पैदा होगा.